Chapter 3 परमाणुएिंअणु प्राचीन अिधारणा कणाद :-500 ईसा वर्षपवूषमहर्र्षकणाद ने प्रर्िपार्दि र्कया था र्क पदाथष को र्वभार्िि करने पर छोटे-छोटे कण प्राप्तहोिेह।ैंिथा अंि मेंएक सीमा केबाद कण को पनु: र्वभार्िि नहीं र्कया िा सकिा ह।ैंअथाषि्वह सक्ष्ूमिम कण अर्वभाज्य होगा र्िसेपरमाणुकहा गया। पकुधा कात्यायाम :- भारिीय दार्षर्नक पकुधा कात्यायाम नेबिाया र्क कण संयक्तु रूप मेंपायेिािेह।ैंिो द्रव्यों के र्भन्न –र्भन्न रूपों को प्रदान करिे हैं। डेमोविटस एिंवियुसीपस :- ग्रीक दार्षर्नक डेमोर्िटस एवंर्ियसुीपस केअनसुार पदाथषको र्वभार्िि करने पर एक र्थथर्ि केबाद कण को पनु: र्वभार्िि नहीं र्कया िा सकिा। वैज्ञार्नक आिवााँएि.िवाइर्िए नेरासायर्नक संयोिन केदो महत्वपणूषर्नयमों को प्रर्िपार्दि र्िया। रासायवनक संयोजन केवनयम :- 1. द्रव्यमान संरक्षण का र्नयम 2. र्थथर अनपुाि का र्नयम 1. द्रव्यमान संरक्षण का वनयम :- द्रव्यमान संरक्षण केर्नयम केअनसुार र्कसी रासायर्नक अर्भर्िया में द्रव्यमान का न िो सिृ न र्कया िा सकिा हैंऔर न ही र्वनार्। 2 उदाहरण:- एक अवभविया में 5.7 g सोवडयम कार्बोनेट ि 5.6 g एसीवटक...
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